चल संगी चुनाव आगे,नेता मन हा फेर बऊरागे
कोनो बाँटय साल-सेटर कोनो बने हे मयारू
कोनो बाँटय लुका-लूका के गली गली मा दारु
स्वारथ ला साधे बर सबो बादर कस छागे!
चल संगी चुनाव…………….
घर-घर मा नेता दिखय मतदाता हा नंदागे
भाई,भाई संग लड़त-भिड़त हे नता हा गँवागे
पइसा झोंकेव बोट ला दे बर
तभे तो बिकास देखे तोर जिनगी हा पहागे!
चल संगी चुनाव…………
तरिया सुखागे बिन पानी के नदिया हा अटागे
फुदकी उड़य गाँव गली म नाली हा पटागे
सोंच समझ के दुहु बोट ला बने मनखे ला जिताहु
लालच में झन आहू भइया नइते फेर “भजिया”ला खाहु|
चल संगी चुनाव………..
सुनिल शर्मा
दि.-11/12/2014
बहुत बढ़िया हे
हमर छत्तीसगढ़ी भासा के परचार जरुरी हे
धन्यवाद “”माटी””जी आपमन के मया अउ दुलार ल अईस्नेहे
बनाय रखिहव…जय जोहार..जय छत्तीसगढ़ महतारी